नादान की नादानी
नीचे जमीं ऊपर आसमान रहने दो, समझदार बनो तुम मुझे नादान रहने दो ।
सोमवार, अगस्त 30, 2010
हम बच्चे हिंदुस्तान के
केंद्रीय विद्यालय लखनऊ केंट की टीचर शोभना कुमार के साथ शिखर और दीक्षा जिन्होंने डिज्नीलैंड का प्रोजेक्ट बनाया
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(शीर्षकहीन)
नादानी
ढॅूढतेे हो छायीं पेड़ को उखाड़कर, बने हैं कई मकान रिश्ते बिगाड़कर, तालीम भी तुमसे बदनाम हो गयी, पायी है डिग्री जो तुमने जुगाड़कर, ...
Marne ke baad sataya gaya
मरने के बाद भी हमको खूब सताया गया, मारा रिश्तों ने इल्जाम बीमारी पर लगाया गया। @Nadan 31 Aug 2022