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मार्च 21, 2010 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

टूटती उम्मीदें

उनको ही नज़र अंदाज़ किया जा रहा है जिनकी पेंसन से राज किया जा रहा है दौलत से उनकी ज़माने को दावत मोटा उनको अनाज दिया जा रहा है .............. जिनकी पेंसन कुत्ते को देखने घर आते डॉक्टर सिविल में उनका इलाज़ किया जा रहा है ......... जिनकी पेंसन लय और ताल बचे नहीं जिनमे बहलाने को दिल वो साज दिया जा रहा है ............ जिनकी पेंसन भूख से तड़प कर गयी जान जिनकी भंडारा उनकी बरसी पर आज किया जा रहा है ..... जिनकी पेंसन