नादान की नादानी
नीचे जमीं ऊपर आसमान रहने दो, समझदार बनो तुम मुझे नादान रहने दो ।
गुरुवार, फ़रवरी 22, 2018
अपने दुश्मनो के लिए दोस्तों सी दुआ करता है
मेरी तरह भी क्या किसी का दिल हुआ करता है
नादान
सितम मुझपर दिल ने ढाया हुआ है
गैरों को ही अपना बनाया हुआ है
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(शीर्षकहीन)
नादानी
ढॅूढतेे हो छायीं पेड़ को उखाड़कर, बने हैं कई मकान रिश्ते बिगाड़कर, तालीम भी तुमसे बदनाम हो गयी, पायी है डिग्री जो तुमने जुगाड़कर, ...
Marne ke baad sataya gaya
मरने के बाद भी हमको खूब सताया गया, मारा रिश्तों ने इल्जाम बीमारी पर लगाया गया। @Nadan 31 Aug 2022