नादान की नादानी
नीचे जमीं ऊपर आसमान रहने दो, समझदार बनो तुम मुझे नादान रहने दो ।
गुरुवार, फ़रवरी 22, 2018
सितम मुझपर दिल ने ढाया हुआ है
गैरों को ही अपना बनाया हुआ है
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