ईद मुबारक! लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप लेखक: अनवारुल हसन [AIR - FM RAINBOW 100.7 Lko] - सितंबर 07, 2010 ख़ुदाया बना कोई ऐसा निज़ाम , जहाँ सबकी ख़ुशियों का हो इंतज़ाम । रहे गर न बाक़ी कोई बदनसीब , तो हो जाए ' अनवार ' अपनी भी ईद । और पढ़ें