नादान की नादानी
नीचे जमीं ऊपर आसमान रहने दो, समझदार बनो तुम मुझे नादान रहने दो ।
शनिवार, दिसंबर 18, 2010
Mukesh 'nadan' at Kasauli distt Solan in Himanchal Pradesh in 2009.
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