पुजारी है भगवान से ऊपर
दरोगा जी कप्तान से ऊपर
चाहे कितने करे घोटाले
नेता है संविधान से ऊपर
बेईमानी हावी ईमान के ऊपर
नज़रे गरीब के मकान के ऊपर
बंद कमरे में क़त्ल हो गया
इल्जाम लगा दरबान के ऊपर
जो मरा घर की शान के ऊपर
एकता को रखता जान के ऊपर
घर वाले बटवारे को
लड़ गए शमशान के ऊपर
शुक्रवार, सितंबर 30, 2011
मंगलवार, सितंबर 20, 2011
JAHAN CHAHA WAHAN RAAH
JAI SHRI KRISHNA
sach hue sapne mere..........
शुक्रवार, सितंबर 09, 2011
Another degree with grace of God
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गुनाह कुछ ऐसा किया है मैंने दोस्त नाम दुश्मन को दिया है मैंने खुद और खुदा की पहचान सिर्फ जिंदगी को अकेले ही जिया है मैंने .........दोस्त मेर...
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ढॅूढतेे हो छायीं पेड़ को उखाड़कर, बने हैं कई मकान रिश्ते बिगाड़कर, तालीम भी तुमसे बदनाम हो गयी, पायी है डिग्री जो तुमने जुगाड़कर, ...