बाद मुद्दत के पुराने साथियों से २६ फरवरी २०११ को आर एम् लाल कंपनी के ६० साल पूरा होने पर मुलाकात हुई इसी क्रम में श्री सुरेश श्रीवास्तव के साथ मुकेश कुमार
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गुनाह कुछ ऐसा किया है मैंने दोस्त नाम दुश्मन को दिया है मैंने खुद और खुदा की पहचान सिर्फ जिंदगी को अकेले ही जिया है मैंने .........दोस्त मेर...
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ढॅूढतेे हो छायीं पेड़ को उखाड़कर, बने हैं कई मकान रिश्ते बिगाड़कर, तालीम भी तुमसे बदनाम हो गयी, पायी है डिग्री जो तुमने जुगाड़कर, ...
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