नादान की नादानी
नीचे जमीं ऊपर आसमान रहने दो, समझदार बनो तुम मुझे नादान रहने दो ।
बुधवार, अप्रैल 29, 2020
नादानी
बहुत दूर हर मुश्किल से निकल जाते,
निकालते उन्हें और दिल से निकल जाते,
दुनिया में कोई बुराई न दिखती नादान
गर खुद इश्क की महफिल से निकल जाते।
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(शीर्षकहीन)
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मरने के बाद भी हमको खूब सताया गया, मारा रिश्तों ने इल्जाम बीमारी पर लगाया गया। @Nadan 31 Aug 2022
नादानी
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