पुजारी है भगवान से ऊपर
दरोगा जी कप्तान से ऊपर
चाहे कितने करे घोटाले
नेता है संविधान से ऊपर
बेईमानी हावी ईमान के ऊपर
नज़रे गरीब के मकान के ऊपर
बंद कमरे में क़त्ल हो गया
इल्जाम लगा दरबान के ऊपर
जो मरा घर की शान के ऊपर
एकता को रखता जान के ऊपर
घर वाले बटवारे को
लड़ गए शमशान के ऊपर
शुक्रवार, सितंबर 30, 2011
मंगलवार, सितंबर 20, 2011
JAHAN CHAHA WAHAN RAAH
JAI SHRI KRISHNA
sach hue sapne mere..........
शुक्रवार, सितंबर 09, 2011
Another degree with grace of God
बुधवार, जून 08, 2011
jaise ko taisa
kapil sibbal keh rahe hai ki baba ko yoga hi seekhana chahiye unhe rajneeti nahi karni chahiye bilkul sahi farmaya sibbal saaheb is desh me aadmi doosre ke kamm ko anzaam dena hi apni duty samjhata hai khud ka kaam nahi karta jaise ki aap wakalat chhod kar rajniti kar rahe hai.
KAALA DHAN
सोमवार, मई 23, 2011
शुक्र है तेरा प्रभु जो तुने सब कुछ दिया मुझे..................
जहाँ चाह वहां राह ...................
शनिवार, मई 21, 2011
खुशियों के पल.................
शुकराना आपका.............................
सच हुए सपने मेरे....................
मंगलवार, मई 17, 2011
मौकापरस्त
पहले तू कहता है मगर फिर आप कहता है
चुनावी दौर है नेता गधे को बाप कहता है
अबकी एक बार दे दो एक मौका
पिछली गलती करदो माफ़ कहता है...........
नादान
चुनावी दौर है नेता गधे को बाप कहता है
अबकी एक बार दे दो एक मौका
पिछली गलती करदो माफ़ कहता है...........
नादान
करूणानिधि की पुकार
नमक डाल दिया क्यूँ मेरे घाव में
छेद कर दिया डूबती नाव में
अब क्या होगा मेरे परिवार का
सत्ता भी गयी अबकी चुनाव में ....................
नादान
छेद कर दिया डूबती नाव में
अब क्या होगा मेरे परिवार का
सत्ता भी गयी अबकी चुनाव में ....................
नादान
ऊँचा सोचो .........................
सैकड़ो चुरा कर बईमान हो जाओगे
करोडो चुराओ तो महान हो जाओगे
एक बार लड़कर चुनाव देखिये
बन गए मंत्री तो भगवन हो जाओगे .............
नादान
करोडो चुराओ तो महान हो जाओगे
एक बार लड़कर चुनाव देखिये
बन गए मंत्री तो भगवन हो जाओगे .............
नादान
दिल खोल के लूटो OFFER
न गरीबी हटाने के लिए
न आतंकवाद मिटाने के लिए
वो आये चुनाव मैदान में
सरकारी खजाने के लिए.............
नादान
न आतंकवाद मिटाने के लिए
वो आये चुनाव मैदान में
सरकारी खजाने के लिए.............
नादान
खामोश................
कीमत पेट्रोल की बढ़ रही
कितनी रफ़्तार से
कराह रही है जनता
महंगाई की मार से
वोह तो विदेशी है
शिकायत नहीं उनसे
खामोश इस कदर रहेंगे
यह उम्मीद न थी सरदार से
NADAN
कितनी रफ़्तार से
कराह रही है जनता
महंगाई की मार से
वोह तो विदेशी है
शिकायत नहीं उनसे
खामोश इस कदर रहेंगे
यह उम्मीद न थी सरदार से
NADAN
सोमवार, मई 16, 2011
खज़ाना सरकारी दौलत हमारी
२ साल पहले इंडियन आयल कंपनी ने अपना ५० वां जन्मदिन मनाया अपने हर कर्मचारी को सोने का सिक्का बांटा भाई आप सरकारी कंपनी है आपको चलाने हम जैसे लोग टैक्स देते है एक तरफ आप पेट्रोल के दाम बढ़ाये जा रहे है और कहते है कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है दाम बढ़ाना मजबूरी है तो फिर सोने के सिक्के बांटने की क्या जरूरत है आपसे निवेदन है की सरकारी खजाने से वाह वाही न लूटे क्योंकि यह पब्लिक है सब जानती है.
शनिवार, मार्च 12, 2011
सांसद निधि हुई पांच करोड़, चुनाव लड़ मौका न छोड़
वित्त वर्ष २०११ से सांसद निधि दो करोड़ से बढ़कर पांच करोड़ हो जायेगी यह समाचार १२ मार्च २०११ को पेपर में पढ़ा तो सोमनाथ दादा की याद आ गयी उन्होंने सांसद निधि ख़त्म करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन किसी ने नहीं मानी। निधि बढ़ाये जाने का सभी सांसदों ने स्वागत किया है, हालाँकि यह तो वक़्त ही बताएगा की देश में गरीबो की संख्या कम होगी या अमीरों की संख्या बढ़ जायेगी । देश पर रुपये २३७० करोड़ का अतिरिक्त बोझ बढेगा, कोई बात नहीं टेंशन नहीं लेने का, कर्ज लेकर इसे भी पूरा किया जायेगा और आम आदमी पर इसे महगाई के रूप में लाद दिया जायेगा। गरीब को और गरीब बनाने का एक और मौका सरकार ने आम आदमी को दिया है.
बुधवार, मार्च 09, 2011
दया रही न बाकी,जब पहन ली है खाकी
शनिवार, फ़रवरी 26, 2011
एक मुलाक़ात जरुरी है सर
कब के बिछड़े आज कहाँ आके मिले ....................
शुक्रवार, फ़रवरी 25, 2011
मलकानगिरी
हे ईश्वर तेरा बहुत बहुत धन्यवाद् की माओवादियों ने मलकानगिरी के कलेक्टर को बिना नुक्सान पहुंचाए छोड़ दिया वर्ना सरकारी तंत्र तो जागता ही देर में है.
शनिवार, फ़रवरी 12, 2011
बेकार आदमी
बैंक वालो मुझे समझ नहीं आया
तरीका तुम्हारे व्यापार का,
मोहल्ले में जो आदमी था बेकार का
बना दिया तुमने मालिक उसको कार का
तरीका तुम्हारे व्यापार का,
मोहल्ले में जो आदमी था बेकार का
बना दिया तुमने मालिक उसको कार का
बुधवार, जनवरी 12, 2011
Zindagi hasne gaane ke liye hai...........
Maasoooom
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गुनाह कुछ ऐसा किया है मैंने दोस्त नाम दुश्मन को दिया है मैंने खुद और खुदा की पहचान सिर्फ जिंदगी को अकेले ही जिया है मैंने .........दोस्त मेर...
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ढॅूढतेे हो छायीं पेड़ को उखाड़कर, बने हैं कई मकान रिश्ते बिगाड़कर, तालीम भी तुमसे बदनाम हो गयी, पायी है डिग्री जो तुमने जुगाड़कर, ...